हम को आह-ओ-बुका नहीं करना उन को वा'दा वफ़ा नहीं करना हम पे इल्ज़ाम है उदासी का रद इस इल्ज़ाम का नहीं करना तुझ से बे-शक हमें बिछड़ना है पर तेरा दिल बुरा नहीं करना शैख़ जी रिंद को न समझाएँ इस को क्या करना क्या नहीं करना आशिक़ी दिल-लगी का सामाँ है इन को क़ैदी रिहा नहीं करना