हम पर जो हँस रहा था वो रोया हुआ सा है शायद कि उस के साथ भी धोका हुआ सा है कल तक कि जिस के नाम से सजती थीं महफ़िलें तन्हाइयों में आज वो खोया हुआ सा है बदले बदलते वक़्त ने हालात क्या मिरे हर शख़्स का मिज़ाज ही बदला हुआ सा है मुमकिन अगर हो कोई नया ज़ख़्म दीजिए जो ज़ख़्म भी है जैसे पुराना हुआ सा है