इस जगह कौन कौन था लिखिए भेद किस तरह खुल गया लिखिए जुर्म को जुर्म की सज़ा लिखिए दर्द को दर्द की दवा लिखिए बात तहरीर तक जब आ पहुँची वो बुरा है तो फिर बुरा लिखिए कोई राज़ी नहीं गवाही पर सब मुसिर हैं कि हादसा लिखिए बात तो ये है बात कुछ भी नहीं आप चाहें तो हाशिया लिखिए सच है जीने का हक़ नहीं मुझ को है कोई और मशवरा लिखिए बात का वक़्त खो दिया 'काज़िम' अब तो लिखना ही रह गया लिखिए