जब जब तुम्हें भुलाया तुम और याद आए By मायूसी, फ़िल्मी शेर, दिल, Ghazal << मज़मून-ए-इश्क़ ज़ेहन-ए-सि... सियाह-ख़ाना कभी जल्वा-गर ... >> जब जब तुम्हें भुलाया तुम और याद आए जाते नहीं हैं दिल से अब तक तुम्हारे साए तुम से बिछड़ के हम ने दिल को बहुत सँभाला गुलशन में ये न बहला सहरा में भी सताए मरने की आरज़ू में हम जी रहे हैं ऐसे जैसे कि लाश अपनी ख़ुद ही कोई उठाए Share on: