ज़िंदगी है मेरे हाथों में तराज़ू की तरह वक़्त ठहरा है मेरी आँखों में आँसू की तरह आइने में मिरे चेहरे का तिरा हो जाना मुँह चिढ़ाता है मुझे रात के जादू की तरह मैं जहाँ जाऊँ महकता है तसव्वुर तेरा साथ रहता है वो एहसास की ख़ुशबू की तरह तेरे जाने पे ये एहसास हुआ है अक्सर ख़ाली ख़ाली सी है दुनिया मिरे पहलू की तरह जलती रख आया हूँ आँखें मैं कहीं चौखट पर तेरी राहों में है रौशन किसी जुगनू की तरह वस्ल के बा'द भी सुनता हूँ हँसी को तेरी देर तक कान में बजती है वो घुंघरू की तरह