जीने में आसानी रख By Ghazal << जिस तरह प्यासा कोई आब-ए-र... जाँ का दुश्मन है मगर जान ... >> जीने में आसानी रख इक तस्वीर पुरानी रख सामने रख कर आईना चेहरे पर हैरानी रख मुख़्लिस अगर ज़ियादा हैं कोई दुश्मन-ए-जानी रख कहना सब का मान मगर थोड़ी सी मन-मानी रख इस को यूँ मत मरने दे अपनी आँख का पानी रख मेरे आगे सब चीज़ें जानी और पहचानी रख Share on: