कब से ज़िद पे अड़ा हुआ है By Ghazal << देखिए हालात के जोगी का कब... अब्र छाएगा तो बरसात भी हो... >> कब से ज़िद पे अड़ा हुआ है ऐसे भी कोई बड़ा हुआ है मुझ से ऊँचा होने को वो पंजों के बल खड़ा हुआ है Share on: