कहाँ हूँ मैं और कहाँ नहीं हूँ जहाँ हो तुम क्या वहाँ नहीं हूँ वजूद से मेरे हो न मुंकिर मैं इक यक़ीं हूँ गुमाँ नहीं हूँ मैं हौसला ख़ुद हूँ ज़िंदगी का मैं कोई बार-ए-गराँ नहीं हूँ न गोश्वारे में मुझ को लिक्खो हिसाब सूद-ओ-ज़ियाँ नहीं हूँ मिरे ही दम से शुऊ'र-ए-हस्ती फ़क़त मैं रंग-ए-जहाँ नहीं हूँ