कहीं वो सूरत-ए-ख़ूबाँ हुआ है कहीं वो आशिक़-ए-हैराँ हुआ है कहीं गुल है कहीं बुलबुल कहीं बाग़ कहीं दर्द ओ कहीं दरमाँ हुआ है कहीं मस्त ओ कहीं होश्यार है वो कहीं दाना कहीं नादाँ हुआ है कहीं ख़ाक ओ कहीं बाद ओ कहीं आब कहीं वो आतिश-ए-सोज़ाँ हुआ है कहीं लफ़्ज़ ओ कहीं मअनी कहीं हर्फ़ कहीं पोथी कहीं क़ुरआँ हुआ है कहीं नूर ओ कहीं ऐमन कहीं तूर कहीं मूसा कहीं इमराँ हुआ है कहीं मस्जिद कहीं बुत-ख़ाना है वो कहीं कुफ़्र ओ कहीं ईमाँ हुआ है कहीं ख़ल्क़ ओ कहीं ख़ल्लाक़-ए-आलम कहीं ज़ाहिर कहीं पिन्हाँ हुआ है कहीं 'हातिम' कहीं जाँ-बख़्श 'हातिम' कहीं 'हातिम' का जा मेहमाँ हुआ है