कहने वाले कह जाते हैं By Ghazal << अपने हिस्से की अना दूँ तो... गुफ़्तुगू एक पल रुकी भी न... >> कहने वाले कह जाते हैं सहने वाले ढह जाते हैं प्यासा प्यास बुझा लेता है दरिया प्यासे रह जाते हैं इतना मत रो आँसू के साथ ख़्वाब भी अक्सर बह जाते हैं Share on: