कश्मकश में है मिरी जान बड़ी मुश्किल है दिल में अरमानों का तूफ़ान बड़ी मुश्किल है एक टूटा हुआ दिल या'नी शिकस्ता साहिल और उठते हुए तूफ़ान बड़ी मुश्किल है तुम पे मरता हूँ मगर जान नहीं दे सकता क्यूँकि हो तुम ही मिरी जान बड़ी मुश्किल है रोज़ आते हो तसव्वुर में क़यामत बन कर और करते हो परेशान बड़ी मुश्किल है दिल बड़ी चीज़ है 'मोहसिन' मुझे है नाज़ उस पर वो भी अब उन पे है क़ुर्बान बड़ी मुश्किल है