ख़ुदा उरूज है मुझ को ज़वाल ढूँढना है जवाब मिल गए हैं अब सवाल ढूँढना है सज़ा के तौर पे मुझ को मिली है ये दुनिया सितम तो ये है कि इस में कमाल ढूँढना है पुरानी यादों का एल्बम निकालना है मुझे तुम्हारे साथ जो गुज़रा था साल ढूँढना है रिकॉर्ड रूम में कुछ फाइलें तलाशनी हैं ग़मों के ढेर में मुझ को मलाल ढूँढना है खंगालने हैं मुझे अपने सब से अच्छे शे'र जो तुझ को रंग दे ऐसा गुलाल ढूँढना है हमारे दिल में भरे हैं तमाम क़ीमती ग़म ग़ज़ल के वास्ते सस्ता सा माल ढूँढना है