ख़ुश-जमाल आते आते आता है बे-मिसाल आते आते आता है चाँद ख़ुद वस्ल की करे ख़्वाहिश ये कमाल आते आते आता है रोज़ दीदार-ए-यार हो जिस में ऐसा साल आते आते आता है जो परी-वश हों उन के होंटों पे दिल का हाल आते आते आता है दिल की आवारगी पे भी 'आमिर' ए'तिदाल आते आते आता है