ख़ुश्क होंटों को आब दे देना By Ghazal << यूँही से चंद वाहिमे कुछ ब... ख़लाओं में हमें खोना नहीं... >> ख़ुश्क होंटों को आब दे देना या'नी थोड़ी शराब दे देना टूटा-फूटा उदास मैला ही रात को माहताब दे देना इतने सारे सवाल हैं मेरे एक का तो जवाब दे देना ज़ीस्त को दास्ताँ की हसरत है तुम फ़क़त एक बाब दे देना Share on: