ख़्वाब टूटे सजाना मुश्किल है प्यार पहला भुलाना मुश्किल है सब को इस की तमन्ना है लेकिन चाँद धरती पे लाना मुश्किल है उस की आँखों में हैं कई साग़र तैर के पार जाना मुश्किल है हम ने पत्थर लहू से सींचा है फूल इस पर खिलाना मुश्किल है इस को ख़ुद में तलाश करता हूँ राज़ सब से छुपाना मुश्किल है दिल की हसरत निकल नहीं पाई सारी ख़ुशियों को पाना मुश्किल है उस के जाने से ख़ुश नहीं 'क़ासिद' दिल से अब मुस्कुराना मुश्किल है