किस किस को मैं मुआ'फ़ करूँ सब नशे में हैं बंदे नशे में हैं तो यहाँ रब नशे में हैं हम ने ज़रा सा सच तिरा दुनिया जो कह दिया कहती ये फिर रही है कि हम सब नशे में हैं चलना सिखा रहे हैं हमें ये पुराने रिंद मकतब सभी नशे में हैं मज़हब नशे में हैं हम पी के भी सलीक़े से ही लड़खड़ाए हैं उन में से हम नहीं हैं जो बेढब नशे में हैं महँगी अगर हुई है तो थोड़ी सी क्यों पिएँ पी कर शराब मुफ़्त की हर शब नशे में हैं साक़ी वो रिंद और हैं जिन को नहीं है होश दे एक जाम और कि हम कब नशे में हैं मेरी ग़ज़ल पे आप जो करते हैं वाह वाह हैं आप मेरे जैसे ही मतलब नशे में हैं बोसे को तिश्ना-लब भी हैं हम दोनों 'आश्ना' ये और बात दोनों के ही लब नशे में हैं