कोई झूटा क़यास रहने दो मुझ से मिलने की आस रहने दो जश्न-ए-गिर्या का एहतिमाम करो ज़िंदगी है उदास रहने दो ज़ख़्म दिल के हरे दिखाई दें उस हवेली में घास रहने दो चाँदनी छुप गई है बादल में चाँद को बद-हवास रहने दो शम्अ जुगनू चराग़ बेचैनी रात के आस-पास रहने दो मुल्तमिस हो के क्या मिला 'शाकिर' मत करो इल्तिमास रहने दो