कोई सूरत बता सुकूँ की मुझे है ज़रूरत ज़रा सुकूँ की मुझे मेरी आँखों से छीन कर नींदें उस ने दी है दु'आ सुकूँ की मुझे माँ के पैरों में बैठ कर जाना मिल गई है जगह सुकूँ की मुझे कुछ नहीं माँगता हूँ मैं मालिक कर दे ने'मत 'अता सुकूँ की मुझे एक मुफ़्लिस का झोंपड़ा जिस से आ रही है सदा सुकूँ की मुझे देख ले बे-क़रारियाँ मेरी दे मसीहा दवा सुकूँ की मुझे