लोग कितने हसीन होते हैं By Ghazal << चाँदनी रात है तारों का जह... क्यूँ लगे है मुझ को अक्सर... >> लोग कितने हसीन होते हैं जो दिलों के मकीन होते हैं बाज़ रहते हैं जो मोहब्बत से नफ़रतों के अमीन होते हैं इश्क़ भी लोगो इक इबादत है इस के मुंकिर लईन होते हैं Share on: