मस्त हूँ मस्त हूँ ख़राब ख़राब साक़िया साक़िया शराब शराब आतिश-ए-इश्क़ सूँ तिरी जल जल दिल हुआ दिल हुआ कबाब कबाब दूर मुख सूँ अरक़ न कर गुल-रू दे मुझे दे मुझे गुलाब गुलाब कह अपस चश्म-ए-बा-हया कूँ सनम रफ़'अ कर रफ़'अ कर हिजाब हिजाब देख छुपता है अब्र में ख़ुर्शीद दूर कर दूर कर नक़ाब नक़ाब मुंतज़िर दिल है यार के ख़त का क़ासिद आ क़ासिद आ शिताब शिताब शेवा-ए-गुल-रुख़ाँ है ऐ 'दाऊद' ग़म्ज़ा ओ ग़म्ज़ा ओ इताब इताब