मेरे दुख में सदा करे कोई काश अपना कहा करे कोई भूल जाएँ पुराने दर्द मगर ज़ख़्म भी तो नया करे कोई सब यहाँ नफ़रतों से जीते हैं प्यार से भी जिया करे कोई मॉल में मिलने के नहीं क़ाइल बाग़ में भी मिला करे कोई ये सड़क गाँव से मिले लेकिन गाँव में भी मिला करे कोई वस्ल करते हैं सब गले लग कर हिज्र में ये किया करे कोई