मेरी आँखों में ये ख़ला क्या है तू अगर साथ है जुदा क्या है मैं जो अपनी तरह नहीं लगता तुम से मिल कर मुझे हुआ क्या है दर्ज इस में हैं ख़्वाहिशें सब की मेरे चेहरे में अब मिरा क्या है मेरे हर नक़्श का पता है उसे आइना मुझ को जानता क्या है रास्ते की तलाश है सब को अब सिवा इस के रास्ता क्या है