मोहब्बत की दुनिया में आ कर तो देखो किसी को तुम अपना बना कर तो देखो मिरे इश्क़ को आज़मा कर तो देखो मिरी जान पर हश्र ढा कर तो देखो कोई शय निगाहों से बाहर नहीं है निगाहों से पर्दा हटा कर तो देखो मोहब्बत की दुनिया है राहत की दुनिया मोहब्बत की दुनिया बसा कर तो देखो समझ जाओगे दर्द दिल चीज़ क्या है कभी इश्क़ की चोट खा कर तो देखो नहीं दिल-लगी दिल किसी से लगाना किसी से ज़रा दिल लगा कर तो देखो यही राह-ए-हस्ती को रौशन करेगा चराग़-ए-मोहब्बत जला कर तो देखो हमें ताब-ए-दीदार है या नहीं है मुक़ाबिल निगाहों के आ कर तो देखो हमारी नज़र में बड़ी वुसअ'तें हैं हमारी नज़र में समा कर तो देखो बता देंगे हम इश्क़ है नाम किस का हमें अपना 'शैदा' बना कर तो देखो