मुझ को मिरे ख़ुलूस की क़ीमत नहीं मिली या'नी पसीना बह गया उजरत नहीं मिली मैं मुस्कुरा के दर्द सभी टालता रहा क्यूँकि मिरी किसी से तबीअ'त नहीं मिली या-रब कोई ख़ता तो नहीं मुझ से हो गई मुद्दत हुई है कोई मुसीबत नहीं मिली क्यों दर्स दे रहे हो हमें दीनियात पर क्या आप को कहीं से भी रिश्वत नहीं मिली यसरिब से कर्बला तो ब-सद ख़ैर आ गया वापस मदीना आने की हिम्मत नहीं मिली सब अश्क पुतलियों की तहों में उतर गए मुल्ज़िम को एक लम्हे की मोहलत नहीं मिली बे-फ़ाएदा हसीं हो अगर आज तक तुम्हें आशिक़ बहुत मिले हैं मोहब्बत नहीं मिली उस को तो छोड़ने की वजूहात थीं बहुत तुम से भी ख़ैर मेरी तबीअ'त नहीं मिली जब से सिनाँ की नोक पे क़ुरआन आ गया अहल-ए-ज़मीं को ज़िंदा तिलावत नहीं मिली 'मूसा' ने तूर तक का सफ़र तय किया मगर फिर भी उसे ख़ुद अपनी हक़ीक़त नहीं मिली