न हुआ माइल-ए-वफ़ा न हुआ मेरा मतलब कभी अदा न हुआ नज़्अ' में उन का सामना न हुआ ये भी अच्छा हुआ बुरा न हुआ मुँह पे डाले नक़ाब आए हैं हश्र में भी तो सामना न हुआ नावक-ए-यार ही रहा हमदम दिल से मेरे कभी जुदा न हुआ बद-नसीबी कि ऐ दिल-ए-बेताब तू ही इक लाएक़-ए-सज़ा न हुआ उन की तस्कीं से और बढ़ना था दर्द-ए-दिल थम गया सिवा न हुआ दूर-अंदेश है बहुत नासेह कितना छेड़ा मगर ख़फ़ा न हुआ जम्अ' अग़्यार तो हैं महफ़िल में मेरा क्या मैं हुआ हुआ न हुआ मर-मिटा जिन के इश्क़ में 'सय्याफ़' वा'दा उन का कभी वफ़ा न हुआ