नाकामी-ए-इश्क़ या कामयाबी दोनों का हासिल ख़ाना-ख़राबी आँखें सियह-मस्त चेहरा किताबी बादा शबाना जाम आफ़्ताबी दुनिया-ओ-दीं से बेगाना हो जा दीवाना हो जा बन जा शराबी उन का बहाना बर्जस्ता-गोई मेरा तबस्सुम हाज़िर-जवाबी दीं-दार कर के काफ़िर बना दे ये पर्दा-दारी ये बे-हिजाबी हैं तख़्त-ए-दिल पर सरकार वर्ना तख़्ता उलट दें हम इंक़िलाबी