नशे में ये क्या समझ लिया था ख़ुदा को बंदा समझ लिया था ज़रा सी चुप थी उसी को तुम ने न जाने क्या क्या समझ लिया था हसीं था वो इस क़दर कि हम ने नज़र का धोका समझ लिया था मैं ऐसा पागल दिया था जिस ने हवा को अपना समझ लिया था हम उस के दिल तक पहुँचते कैसे बदन को रास्ता समझ लिया था उसे यूँ छोड़ा कि उस ने हम को बहुत ज़ियादा समझ लिया था हम अपनी ग़लती से बिक गए हैं तुम्हें ज़ुलेख़ा समझ लिया था हमारी सादा-दिली तो देखो ख़ुदा को अपना समझ लिया था मिलन जुदाई तड़प उदासी ये खेल सारा समझ लिया था तुम्हारी आँखें समझ न पाए हर इक मुअ'म्मा समझ लिया था लब उस ने खोले नहीं थे फिर भी जवाब उस का समझ लिया था वो आँखें का'बा सिफ़त थी जिन को शराब-ख़ाना समझ लिया था