सब की इज़्ज़त सब से मोहब्बत उर्दू बोलने वाला हूँ धीमा लहजा नर्म तबीअ'त उर्दू बोलने वाला हूँ सब की ज़बाँ से नाम था उन का ये मेरी पहचान बनी फ़ख़्र मिरा है इक यही निस्बत उर्दू बोलने वाला हूँ धरती का अव्वल बेटा हूँ धरती भी माँ होती है सहल नहीं था कार-ए-हिजरत उर्दू बोलने वाला हूँ तौर-तरीक़े और क़रीने सीखोगे उस्लूब कई लिखने बैठो बाब-ए-फ़साहत उर्दू बोलने वाला हूँ तर्ज़-ए-तख़ातुब तर्ज़-ए-तकल्लुम है इस में तहज़ीब छुपी सीखो रस्म-ओ-रीत रिवायत उर्दू बोलने वाला हूँ माल मताअ' तो छोड़ आए थे बेश-बहा इक चीज़ थी बस सो पाई अनमोल विरासत उर्दू बोलने वाला हूँ