सदियों सदियों लम्हा बिखरा कितना फैला कितना बिखरा राहों राहों राही बिखरे मंज़िल मंज़िल रस्ता बिखरा कूचा कूचा वहशत फैली बस्ती बस्ती सहरा बिखरा जिस्म-ओ-जान के रिश्ते टूटे दर्पन दर्पन चेहरा बिखरा नग़्मा नग़्मा यादों की लय टूट के साज़-ए-तमन्ना बिखरा महफ़िल महफ़िल तौबा टूटी रेज़ा रेज़ा शीशा बिखरा किस को ढूँडें किस को पाएँ आज है हर तन बिखरा बिखरा उन से 'शरर' कुछ ऐसे बिछड़े जीवन का हर सपना बिखरा