सहारे भी उस के किनारे भी उस के मगर हम जो डूबे इशारे भी उस के यहाँ लोग सारे के सारे ही उस के जो उस के वो उस के हमारे भी उस के फ़लक भी ये सारा उसी के हवाले वो ख़ुद चाँद है ही सितारे भी उस के नतीजे ये सारे ही हैं उस के हक़ में जो जीते वो उस के जो हारे भी उस के करें तो करें क्या कि रस्ता नहीं कुछ उसी का है ग़म ग़म के मारे भी उस के