सँभल सँभल के चलोगे तो फ़ाएदा होगा बड़ों की बात सुनोगे तो फ़ाएदा होगा ये पल परिंदे नहीं हैं कि लौट आएँगे समय की क़द्र करोगे तो फ़ाएदा होगा हवा का हाथ तुम्हें रास्ता दिखाएगा हवा के संग चलोगे तो फ़ाएदा होगा नज़र फिर आएँगी तुम को कई छुपी चीज़ें चराग़ बन के जलोगे तो फ़ाएदा होगा नए ख़याल में धड़कन समो के लाया हूँ मिरा जो शेर पढ़ोगे तो फ़ाएदा होगा गए दिनों के कई राज़ तुम पे खोलेगा शजर के पास रहोगे तो फ़ाएदा होगा अमल का रद्द-ए-अमल हर अमल पे लागू है किसी का साथ भी दोगे तो फ़ाएदा होगा