वा'दे पर ए'तिबार की घड़ियाँ इज़्तिराब-ओ-क़रार की घड़ियाँ दिल की धड़कन प गिन रहे हैं हम आप के इंतिज़ार की घड़ियाँ कुछ यक़ीं कुछ गुमाँ में काटी हैं हम ने लैल-ओ-नहार की घड़ियाँ याद-ए-माज़ी उम्मीद-ए-मुस्तक़बिल दिल के ग़र्क़ और उभार की घड़ियाँ हैं मयस्सर जुनूँ के सदक़े में दश्त में भी बहार की घड़ियाँ आप की एक नज़र की क़ीमत हैं दिल के सब्र-ओ-क़रार की घड़ियाँ हैं मिरे इज्ज़-ओ-इंकिसार तलक तेरी शान-ओ-वक़ार की घड़ियाँ मिल रही हैं 'शमीम' के दम तक बाग़-ओ-गुल को बहार की घड़ियाँ