शौक़-ए-सुरूर शाम-ए-ग़म अपने सिवा किसी का है जाम-ओ-सुबू किसी के हैं कैफ़-ओ-नशा किसी का है ख़ुद तक पहुँच के देखिए क्या क्या पड़ेगा बीच में गोया क़बा है आप की बंद-ए-क़बा किसी की है ख़ेमा-ए-सामरी को है अज़दहा-ए-रामिस का ख़ौफ़ या'नी असा किसी की है या'नी ख़ुदा किसी का है किस किस ख़ुदा का ज़िक्र हो किस किस ख़ुदा से काम हो दिल में दुआ किसी से है हर्फ़-ए-दुआ किसी का है कासा-ए-जिस्म-ओ-जाँ ख़ला लम्हा-ए-दोस्ताँ ख़ला वादा-ए-शब किसी से है वा'दा वफ़ा किसी का है