ता'बीर में ढल कर वो असर करने लगा है

ता'बीर में ढल कर वो असर करने लगा है
वो ख़्वाब मिरी आँख को तर करने लगा है

सोचा था कि पढ़-लिख के समझदार बनेगा
दुख इस का है वो ज़ेर-ज़बर करने लगा है

मैं ने कहा तक़दीर बदलने की अदा सीख
वो अपनी हथेली पे नज़र करने लगा है

ऐ मेरे सुख़न-साज़ तिरा तर्ज़-ए-तकल्लुम
दस्तक की तरह दिल पर असर करने लगा है

सच है कि सभी चेहरे नहीं होते हक़ीक़ी
ख़ुद अक्स मिरा मुझ से हज़र करने लगा है

मैं ने जो कहा मुझ से कोई काम तो ले ले
वो सर को इधर और उधर करने लगा है

यारान-ए-मुनाफ़िक़ का ये कहना है कि 'नुसरत'
गुमराह मुझे मेरा हुनर करने लगा है


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