तबस्सुम-ए-लब-ए-ख़ंदाँ के साथ साथ चलो सुरूर-ए-शोख़ी-ए-पिन्हाँ के साथ साथ चलो जुनूँ में ख़ू-ए-ग़ज़ालाँ के साथ साथ चलो शिआ'र-ए-हश्र-बदामाँ के साथ साथ चलो उठाए बार-ए-अलम दोष पर ज़माने का हुजूम-ए-गर्दिश-ए-दौराँ के साथ साथ चलो थकन बने न कभी अब से पाँव की ज़ंजीर दिलों में अज़्म-ए-फ़रावाँ के साथ साथ चलो बना लो अपनी अदाओं का सब को दीवाना वगर्ना उम्र-ए-गुरेज़ाँ के साथ साथ चलो छुपाए सीनों में एहसास-ए-ज़िंदगी की चुभन तसव्वुर-ए-ग़म-ए-दौराँ के साथ साथ चलो बना के छोड़ दो कुंदन ख़राब-हालों को हिकायत-ए-रुख़-ए-जानाँ के साथ साथ चलो उठाए तुम पे ज़माना न उँगलियाँ 'बिस्मिल' निगाह-ए-शोरिश-ए-पिन्हाँ के साथ साथ चलो