तलाश-ए-कौन-ओ-मकाँ है न ला-मकाँ की तलाश ये ज़िंदगी है ग़म-ए-इश्क़-ए-जावेदाँ की तलाश इसी ज़मीं को हमें आसमाँ बनाना है हमें नहीं है किसी और आसमाँ की तलाश किसी को मंज़िल-ए-इशरत का ग़म है और मुझे हुई है मंज़िल-ए-इशरत पे कारवाँ की तलाश ये ख़्वाब है कि है ताबीर-ए-ख़्वाब ऐ ग़म-ए-दिल हर इक क़दम है यहाँ उम्र-ए-राएगाँ की तलाश बहार-ए-लाला-ओ-गुल बर्क़-ए-बे-अमाँ निकली कहाँ कहाँ न रही मेरे आशियाँ की तलाश जो हो सके तो मिरा ग़म ही जावेदाँ हो जाए 'जमाल' मुझ को नहीं ऐश-ए-जावेदाँ की तलाश