तोहफ़ा-ए-अहद-ए-वफ़ा दीजिए आप बेवफ़ा हूँ तो सज़ा दीजिए आप हम ने रखा है हवाओं का भरम हम चराग़ों को दुआ दीजिए आप आज-कल नींद बहुत आती है मेरी आँखों को सज़ा दीजिए आप रब्त कुछ तो हो मरासिम के लिए मुझ पे इल्ज़ाम लगा दीजिए आप रस्म-ए-तन्क़ीद चल रही है यहाँ रस्म-ए-ताईद उठा दीजिए आप फिर मैं उठा हूँ नया अज़्म लिए फिर कोई ज़ख़्म नया दीजिए आप