तू मिला तो मुझे यक़ीं आया मैं यहाँ बे-सबब नहीं आया मुझ से तुझ में कशिश ज़ियादा थी इस लिए मैं तिरे क़रीब आया जाने दरिया के पार क्या है कि जो मुस्कुराता गया हज़ीं आया जहाँ आना न चाहिए था कभी दिल सियह-बख़्त था वहीं आया क़ब्र है या ब्लैक-होल कोई जो गया लौट कर नहीं आया झूम उठे हैं सभी सितारे 'ज़की' कहकशाँ में कोई मकीं आया