उफ़ ये सफ़र तवील ये छालों का सिलसिला उस पर मिज़ाज पूछने वालों का सिलसिला अब से रहेगा हम में मुलाक़ात भर का प्यार मैं ख़त्म कर चुका हूँ सवालों का सिलसिला हसरत रही कि जी लें ज़रा हो के बे-ख़याल ठहरे कभी कहीं तो ख़यालों का सिलसिला इंसाँ को सारी उम्र फिराता है दर-ब-दर दो रोटियों का चार निवालों का सिलसिला हम ही न अपनी क़ैद से बाहर निकल सके वर्ना कहाँ नहीं है उजालों का सिलसिला हम को चमकती रेत पे पानी का है गुमाँ आया कहाँ से हम में ग़ज़ालों का सिलसिला मिट जाएँगे वफ़ा के लिए प्यार के लिए हम टूटने न देंगे मिसालों का सिलसिला