उजड़े हुए दयार का मतलब समझ गए तुम कैसे इंतिज़ार का मतलब समझ गए जो अजनबी थे इश्क़-ओ-मोहब्बत के लफ़्ज़ से सद-शुक्र है वो यार का मतलब समझ गए फिर खुल के अपने इश्क़ का इज़हार कर दिया जब वो भी हाल-ए-ज़ार का मतलब समझ गए हैरत में हूँ मैं देख के ये आज दोस्तो वो कैसे दिल-फ़िगार का मतलब समझ गए थोड़ी बहुत इधर भी हैं कुछ बे-क़रारियाँ जो दिल के तार-तार का मतलब समझ गए उस को भी मेरी याद ने मजबूर कर दिया जब मौसम-ए-बहार का मतलब समझ गए नज़रें झुकाए रखना 'हिरा' उन के रू-ब-रू वो भी तुम्हारे प्यार का मतलब समझ गए