उन के ख़याल आए तो आते चले गए दीवाना ज़िंदगी को बनाते चले गए जो साँस आ रही है उसी का पयाम है बेताबियों को और बढ़ाते चले गए इस दिल से आ रही है किसी यार की सदा वीरान मिरा दिल था बसाते चले गए होश-ओ-हवास पे मिरे बिजली सी गिर पड़ी मस्ती भरी नज़र से पिला के चले गए