उस की यादों का सिलसिला होगा इस कहानी में और क्या होगा जब बिछड़ कर भी वो ख़मोश रहा घर पहुँच कर तो रो दिया होगा ख़ुद को समझा लिया है मैं ने मगर क्या वो ख़ुद भी बदल गया होगा इतना आसाँ न था मुझे खोना उस ने ख़ुद को गँवा दिया होगा मुझ को वीरान कर दिया जिस ने कहीं आबाद तो हुआ होगा सोचता हूँ जो मुझ को चाहता था याद मुझ को वो कर रहा होगा