वो मुझ से हुए हम-कलाम अल्लाह अल्लाह कहाँ मैं कहाँ ये मक़ाम अल्लाह अल्लाह ये रू-ए-दरख़्शाँ ये ज़ुल्फ़ों के साए ये हंगामा-ए-सुबह-ओ-शाम अल्लाह अल्लाह ये जल्वों की ताबानियों का तसलसुल ये ज़ौक़-ए-नज़र का दवाम अल्लाह अल्लाह वो सहमा हुआ आँसुओं का तलातुम वो आब-ए-रवाँ बे-ख़िराम अल्लाह अल्लाह शब-ए-वस्ल की साअतें मुख़्तसर सी तमन्नाओं का इज़दिहाम अल्लाह अल्लाह वो ज़ब्त-ए-सुख़न में लबों की ख़मोशी नज़र का वो लुत्फ़-ए-कलाम अल्लाह अल्लाह