वो परिंदे भी साथ लाया था मैं ने जिस पेड़ को बुलाया था तेरा हँसना भी क्या मुसीबत है मैं कोई बात करने आया था ये हवाएँ भी कितनी झूटी हैं हम ने बस हाथ ही मिलाया था फिर कोई बात आ गई दिल में मैं उसे पास ले ही आया था वो तो हैरत में डालना था उसे कौन दरिया को रोक पाया था तितलियाँ भर गईं थीं कमरे में फूल दीवार पर बनाया था वो मोहब्बत अगर नहीं थी 'हसन' उस ने चाय में क्या मिलाया था