वा'दे इन हसीनों के वफ़ा हो नहीं सकते पत्थर के सनम हैं ये ख़ुदा हो नहीं सकते इक उम्र चुभे हैं मिरी आँखों में जो आँसू वो तो मिरे ज़ख़्मों की दवा हो नहीं सकते फ़िक्र-ए-ग़म-ए-दुनिया है कभी फ़िक्र-ए-ग़म-ए-दिल एहसान ज़माने के अदा हो नहीं सकते इक शोख़ ने यूँ दिल को दुखाया है कि यारो सीने से मिरे हाथ जुदा हो नहीं सकते जज़्बात जो इक उम्र से इस दिल में निहाँ हैं अल्फ़ाज़ में ऐ यार अदा हो नहीं सकते जन्नत मिले अब या न मिले लेकिन 'अयाज़' हम इस बुत से किसी तरह जुदा हो नहीं सकते