वतन की है अगर पहचान सरहद लड़ाई बे-वज्ह इम्कान सरहद छुपाए जंग का सामान सरहद है लाशों का भी क़ब्रिस्तान सरहद अगर दो भाइयों के बीच उभरे बनाए हिन्द-ओ-पाकिस्तान सरहद लगा दोनों तरफ़ दोनों तरफ़ को अजब ख़तरे पे है हैरान सरहद बटे हैं बाढ़ से जज़्बात वर्ना मोहब्बत से नहीं अंजान सरहद 'फ़िदा' इंसान को दे कर तहफ़्फ़ुज़ करे इंसान को क़ुर्बान सरहद