याद वो उम्र भर रहेगा क्या दिल इसी काम पर रहेगा क्या क्या बिखर के रहेंगे ख़्वाब मिरे आइना टूट कर रहेगा क्या क्या हुआ अब इधर न आएगी हब्स ये उम्र-भर रहेगा क्या वो जो इक शख़्स मेरे अंदर है मेरे अंदर ही मर रहेगा क्या मैं हवा की तरह हूँ आवारा तू मेरा हम-सफ़र रहेगा क्या नींद उड़ती रहेगी आँखों से जश्न ये रात-भर रहेगा क्या