ये रात जो चुप चुप है ये रात जो तन्हा है इस रात के दामन में हम प्यार के दो साए जो वक़्त गुज़ार आए वो याद है या आँसू वो ख़्वाब है या ख़ुशबू हम इश्क़ के मारों को ऐ रात बिछड़ने से पहले ये दुआ दे जा अब दिल के ख़राबों में फिर से न बहार आए दुखते हुए सीनों को हरगिज़ न क़रार आए ऐ रात दुआ दे जा