ये रौशन निगाहें चमकदार चेहरे हैं बातिन की रंगत का इज़हार चेहरे झलक जिन की दीवाना कर दे दिलों को वो लाखों में होते हैं दो चार चेहरे तुम्हें क्या ख़बर ऐ फ़लक के मकीनो ज़मीं पर हैं कितने मज़ेदार चेहरे वही राज करते हैं सब के दिलों पर बदन पर हों जिन के असर-दार चेहरे उन्हें देखना चाहता ही नहीं दिल मुक़ाबिल जब आते हैं मक्कार चेहरे उन्हें अपने शे'रों में ढाला है 'हाफ़िज़' जो हैं दाद-ओ-तहसीन के हक़दार चेहरे