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मजाज़ और फ़िराक़ के दरमियान काफ़ी संजीदगी से गुफ़्तगु हो रही थी। एक दम फ़िराक़ का लहजा बदला और उन्होंने हंसते हुए पूछा, “मजाज़ तुमने कबाब बेचने क्यों बंद कर दिए?” “आपके यहां से गोश्त आना जो बंद हो गया।” मजाज़ ने अपनी संजीदगी को बरक़रार रखते हुए फ़ौरन जवाब दिया।